जीवन में लाभ और हानि के विशेष वर्ष

जीवन में लाभ और हानि के विशेष वर्ष



सुभषितार्थभद्रं के अनुसार मेघ और धन कब और कहाँ से आएगा| मेघ कहाँ वर्षा करेंगे या धन कितना दिन टिकेगा या बादल कहाँ चले जायेगे या धन कहाँ खर्च हो जायेगा का पता लगाना बहुत मुश्किल है|

फिर  भी जीवन का एक साल धनागम के लिए और एक साल खर्च के लिए विशेष होता है| आइये देखते हैं की हमारे शास्त्र क्या कहते हैं|

लाभ का वर्ष

मानसागरी पद्धति के अनुसार शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शुरू करके जन्म तिथि तक जितने भी दिन होते हैं, जातक के जन्म से उतने वर्ष में जातक को या उसके परिवार को विशेष लाभ मिलता है|

हानि का वर्ष

लग्न चन्द्रिका के अनुसार चन्द्रमा जिस भी राशि के नवांश में होगा उसमे इस तालिका के हिसाब से नुकसान उठाना पड़ता है|

मेष -

वृषभ -

मिथुन -२४

कर्क - २२

सिंह -

कन्या -

तुला -

धनु -

मकर - ३८

कुम्भ - २१

मीन - १० 

Post a Comment

0 Comments